Horror Stories for Kids in Hindi
यहां एक छोटी-मोटी होरर कहानी है, जो बच्चों के लिए है। इसका नाम है "भूतिया जंगल"।
एक समय की बात है, एक लड़का नामक राज अपने परिवार के साथ घूमने जंगल गया। वहां परिवार ने बहुत मज़ा किया, जंगल की सुंदरता को देखा, पक्षियों की चहचहाहट सुनी और खेलने का आनंद लिया।
लेकिन एक रात, जब सब लोग सो रहे थे, राज को एक अजीब सी आवाज़ सुनाई दी। उसने देखा कि एक भूतिया जानवर जंगल में घूम रहा था। उसकी आँखें लाल थीं और वह खून से चिढ़ गया था। भूतिया जानवर बच्चों को खाने के लिए देख रहा था।
राज ने धीरे से उठकर अपने माता-पिता को जगाया और उन्हें सबकुछ बताया। परिवार ने अगली सुबह जल्दी से जंगल से बाहर निकलने का निर्णय किया।
जब वे घर वापस लौटे, राज ने जंगल के बारे में दूसरे लोगों को बताया। सबके चेहरे पर डर की झलक दिखाई दी, और उन्होंने राज को कहा कि जंगल का उपयोग करने से पहले ध्यान से सोचना चाहिए।
इस कहानी का मोरल है कि हमेशा अपने आस-पास के वातावरण को ध्यान से देखें और सुरक्षित रहें। दूसरों की सुनी हुई बातों पर ध्यान देने का महत्व भी है।
आशा है कि आपको यह कहानी पसंद आई होगी।
चिंता और डर के बावजूद, राज के माता-पिता ने उसे दूसरी एक कहानी सुनाई। यह कहानी उसके दिल को धीरे-धीरे संभाल लेने में मदद करेगी।
"एक बार की बात है, एक छोटे गांव में एक डरावने मकान की कहानी थी। वहां रहने वाले लोग इसे 'भूतिया मकान' कहते थे। किसी भी व्यक्ति ने उसे देखा नहीं, लेकिन सभी डर से डरते थे। एक रोज़, एक नाचने वाले की तोहमत लगी और वह उसी मकान में रहने के लिए मजबूर हुआ।
वह रात मकान में आया और अपने कार्य को शुरू कर दिया। पहले तो सब ठीक था, लेकिन फिर से उसे उन अजीब आवाज़ों और घनी अंधकार में भटकते हुए लगा। वह दरवाज़े की ओर दौड़ा और देखा कि वहां कोई नहीं था। परंतु अचानक, एक पुराना पुराना आईना उसे देखकर हिल उठा। वह आईने में देख रहा था, लेकिन उसकी प्रतिबिंब ज़मीन से ऊपर उठी और डरावनी आवाज़ से रोने लगी।"
राज के माता-पिता ने रुक-रुक कर कहानी सुनाई और उन्होंने कहा, "राज, यह सब तो केवल अपनी सोच की वजह से हो रहा है। कभी-कभी हमारे दिमाग़ में डरावनी कल्पनाएँ उभर आती हैं। हमें उन्हें अपनी आंतरिक शक्तियों से परास्त करना चाहिए और डर को परास्त करना चाहिए। भूतिया मकान सिर्फ एक कल्पना है, जो हमारे अंदर के डर की वजह से प्रकट होती है।"
राज ने अपने माता-पिता के वचनों को सुना और उसका डर धीरे-धीरे दूर हो गया। वह समझ गया कि कहानियों के ज़रिए हमारे भावनाओं को नियंत्रित करना संभव है और हम अपने आप को सामर्थ्यशाली बना सकते हैं।
आशा है कि यह कहानी बच्चों को दिलचस्प और सोचने पर मजबूर करेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें